इंसान
March 2016
ढूंढ़ता फिरे खुदा, खुद्की जिसे पहचान नहीं
इंसान होना भी, आज आसान नहीं
महल बनाकर लाशों पर, चार दिन जी लिया
करादे पार भंवर से, कोई ऐसी कमान नहीं
करके क़त्ल, लूट कर इंसानियत
खाली रोटी तो क्या
जाना एक दिन, है ही सब को
फिर जीना का, सबब है क्या
जाती के लिए, धर्म के लिए
मर गए कितने ही वतन के लिए
मरना तेरा, न छोड़ दे दरारे
जीयो जी भर इंसान के लिए
इंसानियत मार के, हथियार से
उठा आवाज अधिकार वास्ते
लोग अपने, समाज अपना
मिटा सब, चला किस रास्ते
हो मतभेद, कोई बात नहीं
करो विरोध, बहिष्कार करो,
करो मत त्रिस्कार पर
है मिथ्याचार यह, न्याय नहीं
कर्म को पहचान
इसीसे इंसान जुड़ा
गृह्णा वैर फिर कैसा
अंतः तो है सबके खुदा
जाती, धर्म, देश, समाज, सब प्याले है
समझा जो, वही एक हो गया
न देख खुद को, देख प्याला
बिखर के तो, सब मिटटी हो गया
प्रथम परिचय हो, आनंद अनुभूति
निर्मल प्रसंग, अहंकार रहित
न भय हो आत्म को
हो सभी ही भय रहित
रहें पिछड़े सब अगर
क्या ग्राम-शहर उन्नति होगी
धड़के दिल बस इंसानियत से
बने न इंसान, तो क्या भक्ति होगी
मिट जाये खुद या फिर यह शहर ही
तेरा इंसान, रूह न मिट जाये
चले साथ, या फिर सब छोड़ दें
साथ उस खुदा से न टूटने पाये
March 2016
ढूंढ़ता फिरे खुदा, खुद्की जिसे पहचान नहीं
इंसान होना भी, आज आसान नहीं
महल बनाकर लाशों पर, चार दिन जी लिया
करादे पार भंवर से, कोई ऐसी कमान नहीं
करके क़त्ल, लूट कर इंसानियत
खाली रोटी तो क्या
जाना एक दिन, है ही सब को
फिर जीना का, सबब है क्या
जाती के लिए, धर्म के लिए
मर गए कितने ही वतन के लिए
मरना तेरा, न छोड़ दे दरारे
जीयो जी भर इंसान के लिए
इंसानियत मार के, हथियार से
उठा आवाज अधिकार वास्ते
लोग अपने, समाज अपना
मिटा सब, चला किस रास्ते
हो मतभेद, कोई बात नहीं
करो विरोध, बहिष्कार करो,
करो मत त्रिस्कार पर
है मिथ्याचार यह, न्याय नहीं
कर्म को पहचान
इसीसे इंसान जुड़ा
गृह्णा वैर फिर कैसा
अंतः तो है सबके खुदा
जाती, धर्म, देश, समाज, सब प्याले है
समझा जो, वही एक हो गया
न देख खुद को, देख प्याला
बिखर के तो, सब मिटटी हो गया
प्रथम परिचय हो, आनंद अनुभूति
निर्मल प्रसंग, अहंकार रहित
न भय हो आत्म को
हो सभी ही भय रहित
रहें पिछड़े सब अगर
क्या ग्राम-शहर उन्नति होगी
धड़के दिल बस इंसानियत से
बने न इंसान, तो क्या भक्ति होगी
मिट जाये खुद या फिर यह शहर ही
तेरा इंसान, रूह न मिट जाये
चले साथ, या फिर सब छोड़ दें
साथ उस खुदा से न टूटने पाये