उमंग
Ankit Bansal
January 2004
आज दिल में एक नयी उमंग है
चारों और आसमान में फैला रंग है
आज फिर इस मन में कुछ करने की चाह है
कुछ करने का उत्साह है तमन्ना है
अब कदम रहेंगे इसी रास्ते पर
नहीं रुकेंगे रोके से, विश्राम फासले पर
नजरे रहेंगी लक्ष्य पर सदा अब
- और होसला है आसमान पर
थकेंगे नहीं, नहीं घबराना इन काटों से
मंजिल तुझको मिलकर रहेगी - हो चाहे जहाँ पर
अब नहीं डराती येहं काली घटायें,
नहीं हिला सकती यह तूफानी हवाएं
क्या रोकेंगी तुझको यह सागर की लहरें
जोश भरा तेरा अंग अंग है
आज दिल में एक नयी उमंग है
चारों और आसमान में फैला रंग है
पर्वत से टकराने का तुझमे दम है
आज क्षेतिज भी तेरे लिए कम है
तू विशाल सागर को नाप सकता है
करले दुनिया अपनी - खुदा तेरे संग है
आज दिल में एक नयी उमंग है
चारों और आसमान में फैला रंग है
आज फिर इस मन में कुछ करने की चाह है
कुछ करने का उत्साह है तमन्ना है
आज तुने एक संकल्प लिया है
पहुंचकर दिखा दे, नहीं जहाँ कोई निशां है
चारों और आसमान में फैला रंग है
आज फिर इस मन में कुछ करने की चाह है
कुछ करने का उत्साह है तमन्ना है
अब कदम रहेंगे इसी रास्ते पर
नहीं रुकेंगे रोके से, विश्राम फासले पर
नजरे रहेंगी लक्ष्य पर सदा अब
- और होसला है आसमान पर
थकेंगे नहीं, नहीं घबराना इन काटों से
मंजिल तुझको मिलकर रहेगी - हो चाहे जहाँ पर
अब नहीं डराती येहं काली घटायें,
नहीं हिला सकती यह तूफानी हवाएं
क्या रोकेंगी तुझको यह सागर की लहरें
जोश भरा तेरा अंग अंग है
आज दिल में एक नयी उमंग है
चारों और आसमान में फैला रंग है
पर्वत से टकराने का तुझमे दम है
आज क्षेतिज भी तेरे लिए कम है
तू विशाल सागर को नाप सकता है
करले दुनिया अपनी - खुदा तेरे संग है
आज दिल में एक नयी उमंग है
चारों और आसमान में फैला रंग है
आज फिर इस मन में कुछ करने की चाह है
कुछ करने का उत्साह है तमन्ना है
आज तुने एक संकल्प लिया है
पहुंचकर दिखा दे, नहीं जहाँ कोई निशां है