Sarita
स्वतंत्र भाव, बहती जाती
कभी डोलती कभी लडखडाती
रंग भरी एक कविता
बहती स्वछंद सरिता
धीमी मुस्कान, फूलों सी महेकती है
पथरो से अठखेलियाँ, साहिल को छेडती है
भाव तीव्र, हृदय गंभीर
प्रेम भ्रम, जीवन नीर है, सरिता
कलकल ध्वनि, निर्मल गति
छिपी तुझमे कोई सती
भ्रम कोई, या कोई संहिता
भंवर, लहर, प्रपात, सरिता
तेज भाव, डूबे न कोई कागज की कश्ती
दो पल यह जीवन की मस्ती
जैसे पत्ते पर कोमल सविता
झर झर आघात करती , सरिता
जीवन को भाव मिला, गिरे पत्तों को बहाव मिला
तृष्णा को, रंग रास मिला
स्वयं राह, स्वयं मंजिल
जल बिना नहीं कुछ, जीवन पूर्ण सरिता
शीतल स्पर्श , तरंगें उठती
झलक, एहसास, बूँद एक परिनीता
रंगों भरी एक कविता
बहती स्वछंद सरिता
कभी डोलती कभी लडखडाती
रंग भरी एक कविता
बहती स्वछंद सरिता
धीमी मुस्कान, फूलों सी महेकती है
पथरो से अठखेलियाँ, साहिल को छेडती है
भाव तीव्र, हृदय गंभीर
प्रेम भ्रम, जीवन नीर है, सरिता
कलकल ध्वनि, निर्मल गति
छिपी तुझमे कोई सती
भ्रम कोई, या कोई संहिता
भंवर, लहर, प्रपात, सरिता
तेज भाव, डूबे न कोई कागज की कश्ती
दो पल यह जीवन की मस्ती
जैसे पत्ते पर कोमल सविता
झर झर आघात करती , सरिता
जीवन को भाव मिला, गिरे पत्तों को बहाव मिला
तृष्णा को, रंग रास मिला
स्वयं राह, स्वयं मंजिल
जल बिना नहीं कुछ, जीवन पूर्ण सरिता
शीतल स्पर्श , तरंगें उठती
झलक, एहसास, बूँद एक परिनीता
रंगों भरी एक कविता
बहती स्वछंद सरिता